Nipah Virus: भारत में फिर से Nipah Virus का कहर देखने को मिल रहा है। केरल में दो लोगों की इससे मौत हो गई है। चलिए आपको इसके लक्षण बताते हैं।
भारत के केरल में Nipah Virus की पुष्टि हो गई है। सीधा ब्रेन पर असर करने वाले इस वायरस ने कोझीकोड में दो लोगों की जान ले ली है। कहा जाता है कि ये वायरल जानवरों से इंसान में आता है। ये एक Zoonotic Virus है, जो चमगादड़ से फैलता है। बता दें कि इस बिमारी का नाम मलेशिया के एक गांव में रखा गया था। यहीं इसका पहला केस मिला था।
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केरल में जो वायरस मिला है वह बांग्लादेश वाला वेरिएंट है, जो काफी खतरनाक है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री Veena Gorge ने कहा है कि ये वायरस इंसान से इंसान में फैलता है। इसके फैलने की रफ्तार तो कम है लेकिन ये खतरनाक ज्यादा है। इस वायरस की मृत्यु दर भी ज्यादा है।
क्या है Nipah Virus
जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि ये वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है। खासकर ये चमगादड़ के जरिए फैलता है। हालांकि ये कुत्ते, घोड़े, सूअर, बिल्ली और बकरी से भी फैल सकता है। खास बात ये है कि ये हवा के जरिए नहीं फैलता है बल्कि किसी सामान या फ्यूल्ड के जरिए फैल सकता है।
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कैसे फैलता है ये वायरस
ये वायरस इंफेक्टेड फल को खाने के कारण जानवर से इंसान में फैलते हैं। अगर किसी जानवर को ये बिमारी है या उसने कोई इंफेक्टेड फल खा लिया है और उसी फल को किसी इंसान ने खा लिया तो ये बिमारी उसे लग सकती है। इसके अलावा इंफेक्टेड जानवर कोई इंसान खा ले तो भी ये बिमारी उसे हो सकती है।
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Nipah Virus Causes
इस वायरस के इंफेक्शन के बाद शरीर में कुछ परेशानी दिख सकती है, जैसे- दिमाग में सूजन, बुखार, सिर दर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, गंभीर उल्टियां। इसके अलावा इसमें कुछ गंभीर लक्षण भी दिख रहे हैं- जैसे पेट में दर्द, दौरे पड़ना और कोमा में चले जाना।
केरल में निपाह वायरस ने एक बार फिर दस्तक दे दी है. केरल के कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत हुई है. आशंका है कि निपाह वायरस से इनकी मौत हुई है. ऐसे में जानते हैं कि निपाह वायरस क्या है? ये कितना खतरनाक है? और इससे कैसे बचा जा सकता है?#AT2 #Kerala #NipahVirus pic.twitter.com/7jXcFVprGo
— AajTak (@aajtak) September 13, 2023
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जानें इसके बचाव
अगर आपको भी इनमें से कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करें। इसकी ना तो कोई दवा है ना ही वैक्सीन है। इसलिए परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नहीं बनी इस वायरस की वैक्सीन
‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ के मुताबिक इस वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 40 से 75 प्रतिशत रहती है। इसकी कोई वैक्सीन नहीं है इसलिए इसे खत्म करने के लिए हम सिर्फ बढ़ते केस को कंट्रोल कर सकते हैं। लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग इसे मामूली बुखार या प्लू समझ रहे हैं। इसे अनदेखा ना करें। बल्कि समय रहते अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसके साथ ही संक्रमित लोगों से दूरी बना कर रखें।
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(नोट-ये लेख केवल जानकारी के लिए है। अगर आप हमारे द्वारा बताए गए किसी भी परेशानी से जूझ रहे हैं को इसे हल्के में ना लें और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।)
हम उम्मीद करते हैं कि Nipah Virus पर ये आर्टिकल आपको पसंद आएगा और ये आपके लिए काफी फायदेमंद भी होगा। ऐसी और जानकारियों के लिए बने रहें हमारे पेज BTVNEWZ के साथ।