Hasti Kanya: भारत की पहली महिला हाथी महावत, जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। इनको पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। आइए आपको इनके बारे में बताते हैं।
Hasti Kanya: भारत एक ऐसा देश है, जहां कई लोग ऐसे काम कर देते हैं, जिससे पूरे देश को उन पर गर्व महसूस होता है। इस चीज को बनाये रखने के लिए भारत सरकार उन लोगों को पुरस्कार भी प्रदान करती है। इन्हीं अवॉर्ड्स को पाने वालों में एक नाम है Parbati Barua का, जिनको ‘Hasti Kanya’ के नाम से भी जाना जाता है।
(Courtesy-Twitter)
Parbati Barua असम के गौरीपुर की रहने वाली हैं। वह एक जमींदार परिवार से सबंध रखने वाली हैं। इनके परिवार का हाथियों के साथ काफी पुराना रिश्ता है। Parbati के पिता एक इंटरनेशनल लेवल के मान्यता प्राप्त हाथी विशेषज्ञ हैं।
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इनके परिवार वालों ने पहले अनेक हाथियों को पकड़ा था और उनको बेचा था। बता दें Parbati ने 14 साल की उम्र में कोकराझार जिले के कचुगांव जंगल में पहली बार हाथी पकड़ा था।
इसके बाद इन्होंने हाथी महावत के रूप में अपनी जर्नी शुरू की थी। Parbati Baruah ने बहुत सारे तस्करों को पकड़ने और हाथियों को बचाने का काम किया है।
#ParbatiBaruah broke tradition at 14, becoming India’s first female mahout. Fearlessly taming wild giants, she earned the title “Hasti Kanya” – the #ElephantGirl.#PadmaAwards2024 #PadmaShri #PadmaAwards #unsungheroes pic.twitter.com/JDzrDavx2y
— Pankaj Srivastava (@ipankajsri) January 25, 2024
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यह काम करते-करते Parbati Barua इंडिया की पहली हाथी महावत बन गयी। एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया था कि उन्होंने यह सब कुछ कैसे किया? तब Parbati ने कहा था, ” यह कोई बड़ी बात नहीं है, यह सब दिमाग और लक की बात है।”
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Hasti Kanya
इनको 26 जनवरी को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। Parbati Barua को ‘Hasti Kanya’ के नाम से भी जाना जाता है। इसका कारण इनके द्वारा अमेजिंग कॉन्ट्रिब्यूशन और हाथियों की सुरक्षा और उन पर काबू पाना है।
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